प्रथम विश्व युद्ध की शुुुरुआत 28 जून, 1914 को हुुुई जो 1918 ई. जारी रहा। विश्व युद्ध की शुुुुुुुुुरुआत आस्ट्रिया के ड्यूक फर्डिनेंड की होती है। फर्डिनेंड की हत्या बोस्निया की राजधानी सेरोजोवा में एक गुप्त क्रांतिकारी संगठन, जिसे ब्लैक हैंड कहा जाता था, ने बम विस्फोट के माध्यम से की। प्रथम विश्व युद्ध का प्रराम्भ 28 जुलाई, 1914 को आस्ट्रिया एवं सर्विया के युद्ध से हुआ।
प्रथम विश्व युद्ध में शामिल देश
प्रथम विश्व युद्ध में विश्व के कुल 37 देश शामिल थे। प्रथम विश्व युद्ध मेंं संपूर्ण विश्व का बंटवारा दो खेमोंं मेंं हुआ था- एक मित्र राष्ट्र एवं दूसरा धुरी राष्ट्र। जर्मनी, आस्ट्रिया और हंगरी धुरी राष्ट्र मेंं शामिल थे, जबकि जापान, इंग्लैंड, संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस और फ्रांस मित्र राष्ट्र में शामिल थे। धुरी राष्ट्रों का नेतृत्व जर्मनी ने किया था।
प्रथम विश्व युद्ध की घटनाएं
प्रथम विश्व युद्ध के दौरान 1अगस्त, 1914 ई. को जर्मनी ने रूस और 3अगस्त को फ्रांस के विरुद्ध युद्ध की घोर कर दी। प्रथम विश्व युद्ध में इंग्लैंड का प्रवेश 4 अगस्त, 1914 ई. को जर्मनी के विरुद्ध युद्ध से होता है। 26 अप्रैल,1915 को इटली मित्र राष्ट्रों की ओर से प्रथम विश्व युद्ध में शामिल हुआ। लंदन की गुप्त-संंधि
द्वारा इटली ने मित्र राष्ट्रों में शामिल होकर 23 मार्च, 1915 ई.को आस्ट्रिया के विरुद्ध युद्ध की घोषणा कर दी। अमेरिका का प्रथम विश्व युद्ध में प्रवेश मित्र राष्ट्रों की ओर से 6 अप्रैल, 1916 ई. को जर्मनी के विरुद्ध युद्ध की घोषणा से हुआ। अमेरिका के
प्रथम विश्व युद्ध में प्रवेश का तात्कालिक कारण जर्मनी द्वारा मार्च, 1917ई. में 5 अमेरिकी जहाजों को डुबाना था। प्रथम विश्व युद्ध के विश्वव्यापी होने का एक प्रमुख कारण अमेरिका का प्रवेश था।
प्रथम विश्व युद्ध की समाप्ति
प्रथम विश्व युद्ध की समाप्ति 11 नवम्बर,1918 ई. को हुई। युद्ध समाप्ति के बाद 1919 ई. में गठित आयोग द्वारा युद्ध का दोषी जर्मनी और मित्र राष्ट्रों को माना गया। युद्ध हर्जाने के रूप में जर्मनी से 66 अरब 50 करोड़ पौंड की मांग की गई। शांति शर्तेंं निर्धारित करने के लिए पेरिस शांति सम्मेलन जून 1919 में हुआ, जिसमें महत्वपूर्ण भूमिका अमेरिकी राष्ट्रपति वुडरो विल्सन, इंग्लैंड के प्रधानमंत्री लायड जार्ज तथा फ्रांस के प्रधानमंत्री जार्ज क्लेमेंशो ने निभाई। इस युद्ध में 6 करोड़ 75 लाख सैनिकों ने भाग लिया था। प्रथम विश्व युद्ध का सबसे बड़ा योगदान अन्तर्राष्ट्रीय क्षेत्र में राष्ट्रसंघ की स्थापना थी।
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